लोकरंग की आंच : सुभाष चन्द्र कुशवाहा

Subhash Chandra Kushwaha's literary works including stories and articles in Hindi which is focussed around social awareness and other issues regarding India.

रविवार, 24 जनवरी 2010

आशा


कविता की एवं मेरी रचना की पहली किताब
Posted by सुभाष चन्द्र कुशवाहा at 10:02 pm
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1 टिप्पणी:

सुभाष चन्द्र कुशवाहा ने कहा…

Dhanyabad
subhash

1 फ़रवरी 2010 को 9:40 pm बजे

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मेरे बारे में

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सुभाष चन्द्र कुशवाहा
लखनऊ, उत्तरप्रदेश, India
जोगिया जनूबी पट्टी, फाजिलनगर, कुशीनगर उ०प्र० में जन्में हिन्दी के प्रमुख कथाकार- सुभाष चन्द्र कुशवाहा, लोकरंग सांस्कृतिक समिति के अध्यक्ष हैं। मुख्य रचनाएँ- :कविता सग्रह: आशा, कैद में जिंदगी, साहित्य सदन, इलाहाबाद १९९८, गांव हुए बेगाने अब, मेधा प्रकाशन, दिल्ली २००४, :कथा संग्रह: * हाकिम सराय का आखिरी आदमी, यात्री प्रकाशन, दिल्ली, २००३ * बुचड़खाना, शिल्पायन, दिल्ली, २००६ * कथा में गांव, संवाद प्रकाशन, मेरठ, २००६ * जातिदंश की कहानियां, सामयिक प्रकाशन, दिल्ली, २००९ * होशियारी खटक रही है, अंतिका प्रकाशन, दिल्ली, २०१० :लोकरंग: * लोकरंग-१, सहयात्रा प्रकाशऩ, दिल्ली, २००९ :संपादन कार्य: लोकरंग-1 - लोकसंस्कृतियों के निरूपण का विनम्र प्रयास. * कथा में गांव, संवाद प्रकाशन, मेरठ, २००६ * जातिदंश की कहानियां, सामयिक प्रकाशन, दिल्ली
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